आज कि इस खूबसूरत सा पैग़ाम में आप खाना खाने के बाद की दुआ हिंदी में जानेंगे, हम सब लोग बहुत ही खुशनसीब हैं कि इतनी पाक मज़हब में दुनियां में तशरीफ़ लाएं जहां पर हर चीज़ में कामयाबी का दुआ है।
यहां पर आप बहुत ही बरकत भरी दुआ यानी खाना खाने के बाद की दुआ हिंदी में पढ़ेंगे हमने यहां पर खाना खाने के बाद की दुआ हिंदी में बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पेश किया है जिसे आप आसानी से याद कर के हमेशा पढ़ेंगे।
Khana Khane Ke Baad Ki Dua
अल्हम्दु लिल्लाहिल्लजी अत अमना व सकाना व हदाना व जअल्ना मिनल मुस्लिमीन
Khana Khane Ke Baad Ki Dua In English
Alhamdu Lillahillazi Ata Amnaa Wa Sakaanaa Wa Hadaana Wa Ja'Alna Meenal Musleemin
Khana Khane Ke Baad Ki Dua Ka Tarjuma
तमाम खुबियां उस अल्लाह के लिए है जिसने हमें खिलाया और पिलाया और हिदायत दी और मुसलमान बनाया।
Khana Khane Ke Baad Ki Dua Ka Tarjuma In English
Tamam Khubiyan Us Allah Ke Liye Hai Jisne Hame Khilaya Aur Pilaya Aur Hidayat Di Aur Muslaman Banaya.
Khana Khane Ke Baad Ki Sabhi Dua
हज़रत अबू सईद खुदरी रजियल्लाहु अन्हुं से रिवायत है कि हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जब खाने से फारिग होते तो ये दुआ फरमाते।
अल्हम्दु लिल्लाहिल्लजी अत अमना व सकाना व हदाना व जअल्ना मिनल मुस्लिमीन
हजरत अबी अमामा रजियल्लाहु अन्हुं से रिवायत है कि आप जब दस्तरखान से खाना खाकर फारिग होते तो ये दुआ पढ़ते।
अलहम्दु लिल्लाहिल्लजी कफाना व अरवाना गै र मकफिय्यिंव वला मकफुर।
जिसका तर्जुमा है तमाम तारीफें अल्लाह के लिए है जिसने हमारी किफायत की और हमें सैराब किया ऐसी तारिफ नहीं जो खत्म हो जाए या जिसके बाद नाशुकरी की जाए।
हजरत अबु अय्युब रजियल्लाहु अन्हुं से रिवायत है कि रसुलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जब खा पी लेते तो ये पढ़ते – ‘अलहम्दु लिल्लाहिल्लजी अत अम व सका व सव्वगहु व ज अल लहू मखरजा’
जिसका तर्जुमा है कि सब तारिफे अल्लाह तआला के लिए है जिसने हमें खिलाया पिलाया और हलक से उतारा और उसके निकलने का रास्ता बनाया।
एक रिवायत है कि हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम खाने के बाद ये दुआ मांगते – ‘अलहम्दु लिल्लाहिल्लजी अत अमनी हाजत्तआ म वर ज कनीहि मिन गैरि हौलिम मिन्नी वला कुव्वतिन’
जिसका तर्जुमा है कि तारीफ अल्लाह के लिए है जिसने मुझको ये खाना खिलाया और मुझको ये रोजी नसीब कि बग़ैर मेरी किसी ताकत और कुव्वत के।
खाना खाने के बाद इस तरह से दुआ करें
जब आप खाने से फारिग हो जाएं तो सबसे पहले अपने दोनों हाथों को धो लें और हांथ धोने के बाद हांथ को तौलिया वगैरा से खुश्क कर लें।
अगर आप के दांतों में खाने का टुकड़ा गिजा वगैरा लगी हो तो उससे हांथ धोते वक्त ही निकाल लें यह दुनियां के साथ साथ सुन्नत में भी ज़रूरी है।
इससे आप में किसी तरह के मूंह में होने वाली मर्ज जैसे दांतों का दर्द होना मसूड़ों में जख्म होना इन सभी बीमारियों से आप को निजात मिलेगी।
अगर कोई रेजा या गिजा जबान से लगी हो तो उससे निगलने में कोई हर्ज नहीं हाथों को धोते वक्त साबुन वगैरा लगाएं ताकि चिकनाई अच्छे से उतर जाए।
एक हदीस शरीफ में है कि जो रात गुजारे और उसके हांथ में चिकनाई लगी हुई हो जिसे धोया न हो उसे कोई तकलीफ पहुंचे तो अपने आप ही को मलामत करे।
जब आप ये सब कर लें तो जहां आप खाने में बैठे थे उसी जगह बैठे बैठे खाने के बाद की दुआ पढें फिर आसमान की जानिब हांथ उठा कर दुआ करें।
अगर खुद का यानी अपने घर में खा रहे हैं तो खुदा का शुक्र और अपनी रहमत की दुआ करें अगर किसी दुसरे के यहां खा रहे हैं तो खुदा का शुक्र और उसके हक में दुआ करें ऐ अल्लाह जिसने मुझे खिलाया तू भी उसे खिला पिला आमीन।
आखिरी बात
आप ने इस छोटे से पैग़ाम में बहुत ही अच्छी इल्म हासिल की जिसमें आप ने यह जाना कि खाना खाने के बाद की दुआ आप को यह पैगाम ज़रूर अच्छी लगी होगी अगर अभी भी आप के जेहन में सवालात हो तो हमसे कॉमेंट बॉक्स के जरिए ज़रूर राब्ता करें।
आप इस दुआ को हर बार खाना खाने के बाद ज़रूर पढ़ें जिससे आप हमेशा तंदुरुस्त रहें और हर तरह कि आंतरिक मर्ज से दूर रहें हमारी भी दुआ है आप हमेशा तंदुरुस्त व खुश रहें साथ ही अपने नेक दुआ में हमें भी याद रखें इस पैग़ाम को पढ़ने के लिए खुदा का शुक्रिया ज़रूर अदा करें।