आज के इस पैग़ाम में आप बहुत ही रहमत भरी दुआ पानी कर्ज उतारने की दुआ जानेंगे, हमने यहां पर कर्ज उतारने की दुआ को बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पेश किया है जिससे आप आसानी से पढ़ पाएंगे।
आज के इस दौर में पैसा का ज़रूरत हर व्यक्ति को हर वक्त तो है ही लेकिन हर किसी के पास हर वक्त पैसा कहां होता है कभी मेरे पास नहीं रहा तो कभी आपके पास नहीं ऐसे में हम सभी अपनो से या बैंको से कर्ज लेते हैं।
यही कर्ज एक समय के बाद बोझ बन जाता है जिससे हम सब तनाव में रहते हैं इसीलिए हमारा रब अल्लाह तबारक व तआला ने अपने बंदों के लिए हर तरह का तोहफा दुआ नमाज कुरान के रूप में दिया।
आप यहां पर इस दुआ अल्लाह तबारक व तआला पर उम्मीद लगाए कसरत से पढ़ें अल्लाह तबारक व तआला आपकी बड़ी से बड़ी कर्ज खत्म करने में मदद फरमाएगा बेशक वह अल मलिक है।
Karz Utarne Ki Dua In Hindi
अल्लाहुम्म कफिनी बिहलालि क अन हरामि क व अगनिनी बिफजली क अम्मन सिवा क
Karz Utarne Ki Dua In Arabic
اَللّٰهُمّ اکْفِنِى بِحَلَالِكَ عَنْ حَرَامِكَ وَ اَغْنِنِىْ بِفَضْلِكَ عَمَّنْ سِوَاكَ
Karz Utarne Ki Dua In English
Allahumma Kafeeni Bihlaali Ka An Haraami Ka Wa Agneeni Beefazli Ka Amman Siwa Ka
Karz Utarne Ki Dua Ka Tarjuma
ऐ अल्लाह मुझे हलाल रिज्क अता फरमा कर हराम से बचा और अपने फज्लो करम से अपने सिवा गैरों से बेनियाज कर दे।
कर्ज उतारने की दुआ इस तरह पढ़ें
हर रोज सुबह व शाम शुरू में दुरूद शरीफ पढ़ कर 100 मरतबा इस दुआ यानी कर्ज उतारने की दुआ को पढ़ें और आखिर में भी दुरूद शरीफ पढ़ लें बेहतर है।
फिर अगर आप पांच वक्त के नमाज का पाबंद हैं तो और अच्छी बात है हमेशा हर वक्त के नमाज मुकम्मल करने के बाद कर्ज उतारने की दुआ को पहले दुरूद शरीफ पढ़ कर 11 मरतबा पढ़ें और आखिर में भी दुरूद शरीफ पढ़ लें।
इसी दुआ का निस्बत यानी इसी दुआ के बारे में मौला अली करमल्लाहु तआला वजतह्हुल करीम ने फ़रमाया कि अगर तुझ पर पहाड़ के बराबर भी कर्ज़ होगा तु उसे अदा कर देगा।
Karz Ki Dua Image
अगर आप भी कर्ज की दुआ का इमेज की तलाश में हैं तो हम ने यहां पर आपके लिए कर्ज की दुआ का इमेज भी हाजिर की है जिसमें कर्ज उतारने की दुआ लिखी हुई है, इसे आप अपने फाइल में सेव यानी सहेज लें।
इससे फायदा यह होगा कि आप हर नमाज के बाद या सुबह व शाम बगैर इंटरनेट के भी ऑफलाइन पढ़ सकेंगे और यह बहुत छोटी भी है आपको याद भी हो जानी चाहिए।
कर्ज उतारने का वजीफा
कर्ज उतारने का वजीफा यह है कि आप अल्लाहुम्म कफिनी बिहलालि क अन हरामि क व अगनिनी बिफजली क अम्मन सिवा क इस दुआ को खूब कसरत से हर रोज सुबह शाम 100 मरतबा पढ़े। हर नमाज के बाद 11 बार पढ़ें हमेशा पढ़ने से पहले और पढ़ने के बाद 1 – 1 बार दुरूद पाक पढ़ें।
एक मरवी हुआ की एक मुकातब यानी वह गुलाम जिसने आका से माल की अदाएगी के बदले आजादी का मुआहदा किया हुआ हो इसने हजरते मुश्किल कुशा अलिय्युल मुर्तजा शेरे खुदा करमल्लाहु तआला वजतह्हुल करीम की बारगाह में अर्ज कि: मैं अपनी किताबत यानी आजादी की कीमत अदा करने से अजिज हूं, मेरी मदद फरमाइए आप करमल्लाहु तआला वजतह्हुल करीम ने फ़रमाया मैं तुम्हें चन्द कलिमात न सिखाऊं जो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने सिखाए हैं अगर तुम पर एक पहाड़ के बराबर भी दैन यानी कर्ज होगा तो अल्लाह तआला तुम्हारी तरफ से अदा कर देगा तुम यु कहा करो ‘अल्लाहुम्म कफिनी बिहलालि क अन हरामि क व अगनिनी बिफजली क अम्मन सिवा क‘ Refrenced: Sunan Abu Dawud
कर्ज उतारने का आसान तरीका
सबसे पहले एक जरूरी बात आपको बताते चलें कि दिखावा व बहकावा के लिए कभी भी कर्ज ना लें इस बात को हमेशा आप ध्यान में समाए रखें।
कर्ज के बाद अपने आय में से घर की सिर्फ जरुरत पुरा करके ज्यादा से ज्यादा पैसा बचाकर उन्हें चूका दें जिनसे आप ने लिया हो।
हर छोटी से छोटी रकम को अहमियत दें फिजूलखर्ची में कभी भी न जाएं और इसी छोटे रकम को जमा करके अपने सबसे पहले बड़े कर्ज को चुकाएं।
जब तक आप कर्ज में मुब्तिला हो तब तक मनोरंजन और शौक की चीज़ों पर पैसा बरबाद न करें, इस बात को आप कर्ज के बाद भी ध्यान में रखें। एक कहावत आपने भी सुनी होगी पैसा बुरे वक्त में बड़े भाई की तरह काम आती है।
FAQs
कर्ज उतारने के लिए कौन सी दुआ पढ़े?
कर्ज उतारने के लिए ‘अल्लाहुम्म कफिनी बिहलालि क अन हरामि क व अगनिनी बिफजली क अम्मन सिवा क’ इस दुआ को पढ़े।
आख़िरी बात
आप ने इस पैग़ाम के ज़रिए कर्ज उतारने की दुआ के साथ साथ कर्ज उतारने का वजीफा भी जाना हमने यहां पर कर्ज उतारने की दुआ को तीन मशहूर जबान में लिखा था जिससे आप अपने पसंदीदा लैंग्वेज में आसानी से पढ़ कर समझ सकें जो आप के लिए काफ़ी मददगार रहा होगा।
हमने यहां पर हर वो सभी ज़रूरी बात आप के तक साझा की है जिसके मदद से आप जल्द कर्ज अदा कर पाएं आप इन सभी बातों का ज्यादा से ज्यादा ख्याल रखें क्योंकि आज कल इंसान ज़रूरत से ज्यादा बहकावे में पैसा खर्च करता है और हमेशा इस दुआ को कसरत से पढ़ते रहें।
अगर अभी भी आपके मन में कुछ सवाल या फिर किसी तरह का कोई डाउट हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम आपके सभी डाउट ज़रूर क्लियर करेंगे इंशाअल्लाह तआला क्योंकी मेरा मकसद शुरू से ही अभी तक यही रहा है कि हम सभी इल्म को आसान लफ़्ज़ में बताएं।
जिससे पढ़ने के बाद आप आसानी से समझ जाएं अगर यह पैगाम आपको अच्छा लगा हो यानी यह पैगाम आपके लिए मददगार साबित हुई हो तो आप भी दुसरे की मदद में जरूर हिस्सा लें उन्हे भी दुआ बताएं जिन्हें जरूरी हो और शेयर करें इस पैग़ाम को शुक्रिया।
NICE DUVA