नजर की दुआ | नजर दूर करने की और बद नजर की दुआ

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप नजर बद यानी नजर की दुआ हिंदी, इंग्लिश और अरबी में पढ़ेंगे हमने यहां पर बहुत ही आसान लफ्ज़ों में नजर बद की दुआ लिखा है जिससे आप हर हर्फ को आसानी से पढ़ पाएंगे।

आप यहां पर नजर बद की दुआ पढ़ने के बाद यकीनन कभी भी आप नजर बद की मर्ज में मुब्तिला न होंगे इंशाअल्लाह तआला किसी भी दुआ को पढ़ने से पहले और इस दुआ को भी पढ़ने से पहले बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़ लें।

नजर की दुआ

अउजुबि कलिमातिल्लाहित ताम्मति मिन सर्रि कुल्ली सयतानीन व हाम्मातिन. व मिन सर्रि कुल्ली ऐनिन लाम्माति.

Must Know: Bukhar Ki Dua

नजर की दुआ अरबी में

اَعُوْزُبِکَلِمَاتِ اللّٰهِ التَّامَّاتِ مِنْ شَرٌِ کُلِّ شَيْطٰانٍ وَّهَامَّتٍه. وَمِنْ سَرِّ کُلِّ عيْنٍ لّامَّتِه.

नजर की दुआ इंग्लिश में

Aujoobi Kalimaatillahit Taammati Min Sarri Kulli Saytaanin Wa Hammateen. Wa Min Sarri Kulli Aenin Lammaati.

नजर की दुआ का तर्जुमा

मैं अल्लाह रब अल आलमीन के पूरे के पूरे कलिमात के साथ पनाह मांगता हूं बुरे चीज़, शैतान, और जहरीले बुरे चीज़ों से हर नुकसान पहुंचाने वाले चीजों से।

नजर की दुआ का इमेज

अगर आप भी नजर की दुआ का इमेज तलाश कर रहे हैं तो अब आपकी तलाश मुकम्मल होने को है हमने यहां पर नजर बद की दुआ का इमेज भी पेश की है जिसे आप आसानी से अपने फोन की गैलरी में सेव कर सकते हैं।

इसका फ़ायदा यह होगा कि आप कभी कहीं भी बगैर इंटरनेट के भी पढ़ सकेंगे और हर तरह की बुरी नजर से महफूज़ रहेंगे इंशाअल्लाह तआला तो अभी ही नजर की दुआ इमेज को लॉन्ग प्रेस करके अपने फोन में डाउनलोड करें।

Nazar Bad Ki Dua
Nazar Bad Ki Dua

बुरी नजर से बचने का वजीफा

नजर बद से बचने का वजीफा जो अहादिस में आया है वो यह है कि माशाअल्लाह ला कुव्वता इला बिल्लाह इसे कसरत से पढ़ें ये बुरी नजर तोड़ने के लिए बहुत ही बेहतरीन और कारगार वजिफा है।

नजर बद से बचने के लिए आप इस दुआ को हमेशा सबो रोज़ कम अज़ कम एक बार तो ज़रूर पढ़ें ताकी आपके उपर किसी का भी बुरी नजर कभी न लगे जिससे आप हमेशा खुश व सुकुन के साथ रहें।

नजर बद से बचने के लिए सूरह अलम नशरह की तिलावत करें इससे पढ़ने से अल्लाह तबारक व तआला पढ़ने वाले को सुरक्षा देता है जिससे आप हमेशा जादु टोना और बुरी नजर से महफुज रहेंगे इंशाअल्लाह तआला।

नजर बद का इलाज

हजरते सय्यिदुना हसन रजियल्लाहु तआला अन्हुं ने फ़रमाया कि जिस पर नजर लगे उस पर इस आयत को पढ़कर दम कर दी जाए।

जब किसी बच्चे पर नजर लग जाए तो उस पर बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़कर तीन तीन बार सूरह नास और सूरह फ़लक पढ़ कर दुआ के साथ दम कर दें।

एक हदिस के मुताबिक सूरह इखलास भी सूरह फलक और सूरह नास के साथ पढ़े यह भी एक पावरफुल वजिफा है बुरी नजर तोड़ने के लिए।

एक कौल के मुताबिक अगर नजर का पता चल जाए तो उस व्यक्ति को वजू कराकर उस की वजू की पानी से नजर जिस पे लगी उसे गुस्ल करा दें।

इतने में भी राहत नहीं मिलती तो किसी आलिम से ताबिज बनवा कर बच्चे को गल्ले में पहना दें इंशाअल्लाह तआला जल्द ही निजात मिलेगी।

अगर आप कुरान पाक पढ़ते हैं तो अच्छा होगा की कुरान पाक की तिलावत करें क्योंकी बेशक कुरान पाक में हर मर्ज के लिए इलाज़ यानी शिफा है सुब्हान-अल्लाह!

नजर की दुआ पढ़ने का तरीका- नजर लग जाए तो दुआ इस तरह पढ़ें।

नजर बद लग जानें पर आप नजर बद की दुआ 11 मरतबा पढ़ें ये किसी भी तरह का शख्त से शख्त नजर का असर इंशाआल्लाह खत्म हो जाएगा।

अगर किसी दुसरे के लिए दुआ पढ़ना हो यानी किसी दुसरे को नजर लगी और आप उतारना चाहें तो उस पर दुआ पढ़ कर के दम कर दें।

नजर बद से परेशानी हो तो पानी में भी दम कर के पानी पिलाएं और हमेशा दुरूद शरीफ पढ़ते रहा करें इंशाअल्लाह अल्लाह तआला जरूर शिफा बख्शेगा आमीन।

नजर की दुआ से जुड़ी एक अहम हदीस

इब्ने अब्बास रदियल्लाहो अनहों से रिवायत है कि रसुलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम अल्लाह से हुसैन व हसन रदियल्लाहो अन्हुं के लिए पनाह तलब किया करते थे

तुम्हारे बुजुर्ग दादा इब्राहिम अलैहि सलाम भी इस्माइल और ईशाक अलैहि सलाम के लिए इन्हीं कलिमात के जरिए अल्लाह की पनाह मांगा करते थे।

नजर बद लग जानें पर क्या करें?

आज कल के दौर में नजर का लगना एक तरह का मर्ज बन गया है जिसे बड़े अच्छे लोग भी तबहकारियों के शिकार हो गए हैं पहले तो यह अकसर छोटे और खुबसूरत बच्चों में ही अकसर हुआ करता था लेकिन अब बड़े लोग करोबार और घरों तक भी पहुंच चूका है।

नजर बद लग जानें पर आप कसरत भी नजर बद की दुआ को खूब पढ़ें कुरान की तिलावत करे या फिर सूरह की तिलावत भी कर सकते हैं हमने उपर में ही बताया है कि इन कुरआनी सूरह को नजर बद में पड़ जानें पर पढ़ें इंशाअल्लाह तआला आपकी परेशानी बद नजर ज़रूर खत्म होगी।

बच्चे पर से नजर कैसे उतारें?

अगर किसी छोटे मासूम बच्चे पर नजर लगी हो तो बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़कर सूरह फलक तीन मरतबा पढ़ें फिर सूरह नास तीन मरतबा पढ़ें इसके बाद तीन बार नजर बद की दुआ पढ़ें और तीन बार गर्दन सीने और उपर सर के फूंक दें इस के बाद नजर बद दूर हो जाएगी इंशाअल्लाह।

अगर कोई आलिम आप के नज़दीक या आसपास में रहते हैं तो उनसे तावीज बनवाकर ज़रूर पहनाएं जिससे बच्चा हमेशा हर तरह के शैतानी हराकात और जादू टोना से महफूज़ रहे साथ ही जब तक नजर का असर हो बच्चे को पानी में दम कर के पिलाएं इंशाअल्लाह ज़रूर निज़ात मिलेगी।

अपनी ख़ुद की नजर कैसे उतारें?

अपनी खुद की नजर इस तरह से उतरें:-

  • नजर की दुआ ज्यादा से ज्यादा पढ़ें।
  • नजर की दुआ पढ़ कर अपने सीने में फूंके।
  • नजर की दुआ के साथ सूरह इखलास पढ़ कर फूंकें।
  • नजर की दुआ, सूरह इखलास, सूरह फलक, और सूरह नास पढ़ कर अपने उपर दम करें।
  • अगर आप कुरान पढ़ना जानते है तो खूब कुरान पाक की तिलावत करें यह सबसे अच्छा अमल है।

इसे भी पढ़ें: फातिहा का सही तरीका

FAQs

नजर आयती क्या है?

नजर आयती यानी वह कुरान पाक की आयत जो नजर बद की आयत है इसे ही नजर आयती कहा गया है।

नजर के लिए कौन सी दुआ पढ़नी चाहिए?

नजर के लिए अउजुबि‌ कलिमातिल्लाहित ताम्मति मिन सर्रि कुल्ली सयतानीन व हाम्मातिन व मिन सर्रि कुल्ली ऐनिन लाम्माति दुआ पढ़नी चाहिए।

आखिरी बात

आप ने इस पैग़ाम में नजर बद की दुआ यानी नजर की दुआ या कहें तो नजर से बचने की दुआ हिंदी, इंग्लिश और अरबी जबान के साथ साथ बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पढ़ा यकिनन आप को यह अच्छा लगा होगा और इंशाअल्लाह तआला आप नज़र बद से इस दुआ को पढ़ने के बाद महफूज़ रहेंगे।

अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल नजर बद की दुआ से जुड़ी हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें ताकि आप के सवाल का जवाब मिल जाए और हमारे नामाए आमाल में भी नेकियों का इज़ाफा हो जाए साथ ही अपने नेक दुआओं में हमें भी याद रखें।

अगर आप को यह पैगाम प्यारा और सुहाना व फायदेमंद लगी हो तो इसे जरूरत के मुताबिक और सवाब के नियत से मोमिनों तक जरूर पहुंचाएं और ज़रूरत पड़ने पर दूसरों पर आप भी दुआ कर दें जिसे वो भी आपकी दुआ के बदौलत और खुदा की करम से महफूज़ रहे।

My name is Shah Noor and I'm the Editor and Writer of Learnaze. I'm a Sunni Muslim From Jannatabad, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.