Sana Surah In Hindi – नमाज की सना सूरह हिंदी में पढ़ें।

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप बहुत ही उम्दा और जरुरी व बरकत भरी सूरह यानी सना सूरह जानेंगे हमने यहां पर सना सूरह बहुत ही आसान और साधारण लफ़्ज़ के साथ साथ हिंदी अरबी और इंग्लिश में भी लिखा है।

जिससे आप आसानी से सना पढ़ कर अपने पाक जहन में भी बसा लेंगे इसका जबानी याद होना बहुत ही ज़रूरी है बेशक यह हमेशा नमाज में पढ़ा जाता है इसलिए आप यहां पर ध्यान से पढ़ कर याद भी कर लें।

Sana Surah In Hindi

सुब्हान क अल्लाहुम्मा व बि हम्दि क व तबार कस्मुका व तआला जद्दू क व ला इल्लाहा गैरूका

Sana Surah In Arabic

سُبْحٰنَاكَ اَللّٰهُمَّ وَ بِحَمْدِكَ وَ تَبَارَكَ اسْمُكَ وَتَعَالٰى جَدُّكَ وَلَاْاِلٰهَ غَيْرُكَ

Sana Surah In English

Subhaan Ka Alaahumma Wa Bi Hamdee Ka Wa Tabaar Kasmukaa Wa T'Aala Jaddu Ka Wa Laa ilaaha Gairuka

इसे भी पढ़ें:- नमाज़ में पढ़ी जाने वाली सूरह

Sana Surah Ka Tarjuma

अल्लाह तू पाक है‌ और मैं तेरी हम्द करता हूं तेरा नाम बरकत वाला है और तेरी अजमत बलन्द है और तेरे सिवा कोई माबूद नहीं।

Sana Surah In Hindi Image

अगर आप भी सना सूरह का हिंदी इमेज की तलाश में हैं तो यहां पर आप की तलाश मुकम्मल होने वाली है हमने यहां पर सना सूरह हिंदी का इमेज भी पेश की है।

जिसे आप इसे बड़े ही आसानी से अपने फोन की गैलरी में सेव यानी डाउनलोड करके रख सकते हैं इसे फ़ायदा यह होगा कि आप किसी भी वक्त बगैर इंटरनेट के भी अपने फोन में देख कर पढ़ कर याद कर लेंगे और नमाज में अब से हमेशा सही से पढ़ेंगे।

Sana Surah In Hindi
Sana Surah In Hindi

सना पढ़ने से जुड़ी ज़रूरी बातें

  • सना के लफ़्ज़ हमेशा सिर्फ अपने आप में ही सुनने तक पढ़ें।
  • अगर देर से जमात में शामिल हुए हो तो इन बातों पे ध्यान दें।
  • अगर जमात में इमाम किरात शुरु कर दी हो तो सना न पढ़ें।
  • अगर किसी कारण वश किरात न सुनाई दे तो पढ़ सकते हैं।
  • अगर लगे की इमाम रूकूअ सज्दा कर लिया हो तो सना न पढ़ें।
  • इसे आप जब अकेले खड़े हो तो वहां पे सना पढ़ कर शुरू करें।
  • यानी जब इमाम नमाज मुकम्मल कर ले तो आप सज्द ए सहव के लिए खड़े हो तो सना पढ़ें।

नमाज में सना पढ़ने का तरीका

नमाज अदा करने के लिए जब नियत करके हांथ बांध ली जाए तो सबसे पहले‌ सना पढ़ना है इसके बाद ही तअव्वुज यानी कि अउजुबिल्लाह मिनश‌ शैतानीर्रजीम और बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़ें।

अगर आप इमाम के पीछे भी नमाज अदा कर रहे हैं तो भी आप को सना पढ़ना ही है और अकेले में तो पढ़ेंगे ही, इमाम के पीछे नियत बांधने के बाद सना पढ़ के कुछ नहीं पढ़ा जाता है लेकीन सना के अल्फाज़ आपको पढ़ना ही है।

एक बात हमेशा याद रखें कि सना सिर्फ नमाज में शुरू में ही पढ़ा जाता है यानी कि सिर्फ नियत करने पर पहली रकात में इस के बाद कभी भी सना पढ़ने की ज़रूरत नहीं चाहे आप 3 या 4 रकात की ही नमाज अदा कर रहा हो।

लेकीन इस बात का भी ख्याल रखें कि कुछ ऐसे भी ख़ास किस्म की नमाज है जिसमें सना दो बार भी पढ़ा जाता है जैसे कि शब ए कद्र की 4 रकात वाली नफ्ल नमाज के तीसरी रकात में भी सना पढ़ने का हुक्म है, इसके अलावा कोई ख़ास दिन या वक्त का नमाज अदा करना हो तो जायजा ले लें।

आप हमसे भी कॉमेंट करके या कॉन्टैक्ट अस पेज से सीधा राब्ता कर सकते हैं या फिर अपने नजदीकी की पैबंद ए सुन्नत हाफिज आलिम से भी राब्ता कर के ख़ास नमाज को दुरूस्त तरीके से अदा करें जिसे आप अपना मुकम्मल सवाब अपने नामाए आमाल कर सकें।

नमाज में सबसे पहले क्या पढ़ा जाता है?

सबसे पहले आपको बताते चले कि नमाज में सबसे पहले ‘सना’ ही पढ़ा जाता है इस तरह से की जब हम नमाज के लिए खड़े होते हैं तो सबसे पहले नमाज की नियत करके हम नियत बांधते हैं।

जैसे कि हमें फजर की नमाज में फजर की 2 रकात की सुन्नत नमाज अदा करनी हो तो सबसे पहले हम फजर की सुन्नत का 2 रकात की नियत करके अपने हाथों को कानों से छूकर नियत बांध लेंगे इसके बाद सना यानी जो हमने आपको उपर में बताई उसे पढ़ेंगे।

इसके बाद तअव्वुज यानी अउजुबिल्लाह मिनश शैतानीर्रजीम पढ़ेंगे फिर इसके तस्मियह यानी बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़ेंगे अब आगे सूरह फातिहा पुरा पढेंगे इसके बाद कोई भी कुरान पाक की छोटी बड़ी सूरह पढ़कर रूकू व सुजूद किया जाता है।

FAQ

सना कब पढ़ा जाता है?

सना नियत बांधने के बाद तुरंत पढ़ा जाता है।

सना कैसे पढ़ा जाता है?

हमेशा नियत करने के बाद इस तरह सुब्हान क अल्लाहुम्मा व बि हम्दि क व तबार कस्मुका व तआला जद्दू क व ला इल्लाहा गैरूका से सना पढ़ा जाता है।

सना में क्या पढ़ा जाता है?

सना में सना के अल्फाज़ ‘सुब्हान क अल्लाहुम्मा व बि हम्दि क व तबार कस्मुका व तआला जद्दू क व ला इल्लाहा गैरूका’ पढ़ा जाता है।

अगर सना पढ़ना भूल जाए तो क्या करें?

अगर आप सना पढ़ना भूल जाए तो कोई बात नहीं आगे की नमाज जारी रखें और अगली रकात में भी पढ़ सकते हैं कसदन जान बूझकर न करें या आदत न बनने दें।

आख़िरी बात

आप ने इस पैग़ाम में सना सूरह बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पढ़ा यकिनन आप इसे अपने जहन में भी बसा ही लिए होंगे अगर याद नहीं भी हुई हो तो बगैर किसी मन खलबली के 1 से 2 बार ध्यान से पढ़ें जिसे आप को आसानी से याद हो जाए आप इससे आसानी से याद कर सकते हैं।

हमने यहां पर सना बताने के साथ साथ सना पढ़ने का तरीका और भी इसे ताल्लुक सभी बातों को बताया है अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल या फिर कोई डाउट हो तो आप हमसे बेझिझक पूछें जिसे आप के वसवसे दूर हो जाए और आप भी आसानी से समझ जाएं।

अगर आप को यह पैगाम अच्छा लगा हो यानी इस पैग़ाम से जो कुछ भी आपको हासिल हुई हो तो आप इससे ज्यादा लोगों तक सवाब के नियत से बताएं जिसे वो भी सही से सना पढ़ कर नमाज अदा करें और नेकी आपको और हमें भी मिलती रहे साथ ही नेक दुआओं में हमें भी याद रखें।

My name is Shah Noor and I'm the Editor and Writer of Learnaze. I'm a Sunni Muslim From Jannatabad, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

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