Pehla Kalma In Hindi – 1 पहला कलमा हिंदी में

आज के इस छोटे से पैग़ाम में आप बहुत ही ज़रूरी अहम और उम्दा इल्म यानी पहला कलमा जानेंगे, हमने यहां पर पहला कलमा हिंदी के बहुत ही आसान और बेहद ही साफ़ लफ्ज़ों लफ्ज़ों में लिखा है।

जिसे आप बहुत ही आसानी से इस बरकत व रहमत भरे कलमे को पढ़ पाएंगे साथ ही हमने यहां पर पहला कलमा की फजीलत फवाएद भी लिखी है आप उसे भी गौर से पढ़ कर अपने इल्म में इज़ाफा करें।

Pehla Kalma In Hindi

ला इलाहा इल्लल्लाहु मुहम्मदुर रसुलुल्लाह

यहाँ पढ़ें: दूसरा कलमा

Pehla Kalma In Arabic

لَا إِلَٰهَ إِلَّا اللَّهُ، مُحَمَّدٌ رَّسُولُ اللَّهِ

यहां पढ़ें: तीसरा कलमा

Pehla Kalma In English

La ilaha illallaahu Muhammadur Rasulullah

यहाँ पढ़ें: चौथा कलमा हिंदी में

Pehla Kalma Ka Tarjuma

अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं, हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआला अलैही वस्सलम अल्लाह के रसुल हैं।

Read Here: Panchwa Kalma In Hindi

Pehla Kalma In Hindi Image

अगर आप भी पहला कलमा का इमेज की तलाश कर रहे हैं तो अब आपकी तलाश यहां पर मुकम्मल होने वाली है हमने यहां पर पहला कलमा का इमेज भी पेश की है जिसे आप इमेज पर लॉन्ग प्रेस करके इस आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।

Read Here: Chatha Kalma In Hindi

इसे फ़ायदा यह होगा कि जब कभी भी आपको अपने रब की याद आए उस वक्त तुरंत से बगैर किसी इंटरनेट कनेक्शन के पढ़ सकते हैं हालांकि ये पहला कलमा छोटी है जिसे आप आसानी से दिल में भी बसा लेंगे और हमेशा कसरत से पढ़ भी पाएंगे।

Pehla Kalma
Pehla Kalma

Pehla Kalma Padhne Ki Fazilat

हर आशिक ए रसूल को रोजाना पहला कलमा पढ़ने की आदत होनी चाहिए क्योंकि यह दुनिया के साथ साथ आखिरत के लिए भी फायदेमंद है पहला कलमा पढ़ने की फजीलत यहां पर कुछ लिखे हुए हैं:

  • पहला कलमा और तमाम कलिमें मजहब ए इस्लाम का स्तंभ और शान है।
  • पहला कलमा पढ़ना इस्लाम के मानने वालों के लिए सबसे उम्दा और बेहतरीन ज़िक्र है।
  • पहला कलमा को पढ़ने से पढ़ने वाले के ईमान में ताजगी और‌ मन में खुशमिजाजी आती है।
  • पहला कलमा सभी मोमिनों को इस लिए भी पढ़ना चाहिए क्योंकि हमारा रब सिर्फ एक है।
  • अगर आप कसरत से पुरी जिंदगी भर पहला कलमा पढ़ते हैं तो आपकी आखिरत आसान होगी।
  • पहला कलमा को कसरत से‌ पढ़ने वाला अल्लाह का सबसे प्यारा और पसंदीदा बन्दा होता है।
  • हम मोमिन दुआ करने के बाद आखिर में पहला कलमा पढ़ कर हांथ को आंख और मुंह से चुमते हैं।
  • पहला कलमा इस लिए भी खास है क्योंकि इसे हर तरह के रंजो मुसीबत में सबसे पहले पढ़ा जाता है।
  • पहला कलमा पढ़ने से ही पता चलता है कि हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम अल्लाह के रसूल हैं।
  • पहला कलमा पढ़ने से, इबादत में मशगूल रहने, और गुनाहों से परहेज़ करने से जन्नत हासिल की जा सकती है।

इसे पढ़ने की बहुत फजीलतें है आप इस तरह से पहला कलमा की फजीलत का अंदाजा लगाएं की इसी में इस्लाम का पुरा सार छुपा हुआ है इसी लिए इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है इसे आप हर रोज़ कसरत से पढ़ें आपकी जिंदगी में चार चांद नजर आएगी यह कुरान कहता है।

पहला कलमा पढ़ने के फ़ायदे

अगर किसी के घर में खैरो बरकत नहीं होती उसे चाहीए की पहला कलमा कसरत से पढ़ कर माल रखा करे।

पहला कलमा पढ़ने के फ़ायदे न कि सिर्फ इस ज़िंदगी में है बल्कि इसके बाद के ज़िंदगी में भी हमारे लिए फायदेमंद है।

पहला कलमा आप किसी रंज में मुसीबत में पड़ जाने पर पढ़ेंगे तो आप यकीनन वहां से जल्द छुटकारा पाएंगे इंशाअल्लाह

शैतानी हरकात से महफूज़ रहने के लिए और छुटकारा पाने के लिए आशिक ए रसूल पहला कलमा कसरत से पढ़ा करते हैं।

पहला कलमा पढ़ने से क्या होता है?

  1. पहला कलमा पढ़ने से ईमान कायम रहता है।
  2. पहला कलमा पढ़ने से इंसान जिंदादिली होता है।
  3. पहला कलमा पढ़ने से ईमान की हिफाजत होती है।
  4. पहला कलमा पढ़ने से खुदा से रिश्ता मजबूत होता है।
  5. पहला कलमा पढ़ने से पढ़ने वाले की वसवसे दूर होती है।

FAQs

पहला कलमा कैसे पढ़े?

पहला कलमा इस तरह पढ़ें ‘ला इलाहा इल्लल्लाहु मुहम्मदुर रसुलुल्लाह’।

कुरान का पहला कलमा क्या है?

कुरान का पहला कलमा ‘ला इलाहा इल्लल्लाहु मुहम्मदुर रसुलुल्लाह’ है।

आख़िरी बात

आप ने इस पैग़ाम में बहुत ही शान व शौकत रहमतो अजमत भरी कलमा पढ़ा हमने यहां पर पहला कलमा हिंदी के साथ साथ और भी पॉपुलर लैंग्वेज जैसे कि इंग्लिश और अरबी में भी लिखा था जिसे आशिक ए रसूल अपने पसंदीदा भाषा में पहला कलमा आसानी से पढ़ सके।

इसके साथ ही पहला कलमा की फजीलत और फवाएद से भी आप रूबरू हुए, अगर अभी भी आपके मन में कुछ भी प्रश्न या कंफ्यूजन हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम आपके सभी सवालों का जवाब देने के लिए हाज़िर हैं क्योंकी हम पूरी इल्म से आपको रूबरू कराना चाहते हैं।

अगर यह पैगाम आपको अच्छा लगा हो यानी इस पैग़ाम से कुछ भी आपको इल्म हासिल हुई हो या इल्म में इज़ाफा हुई हो तो ऐसे इल्म को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके अपने नामाए आमाल में नेकियों का भी इज़ाफा करें साथ ही अपने नेक दुआओं में हमें भी याद रखें शुक्रिया।

My name is Shah Noor and I'm the Editor and Writer of Learnaze. I'm a Sunni Muslim From Jannatabad, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.