आज के इस पैग़ाम में आप बहुत ही खुबसूरत उम्दा और रहमत भरी दुआ यानी कि मस्जिद में दाखिल होने की दुआ हिंदी में जानेंगे हमने यहां पर मस्जिद में दाखिल होने की दुआ बहुत ही आसान लफ्ज़ों में लिखा है।
जिससे आप आसानी से मस्जिद में दाखिल होने की दुआ पढ़ पाएंगे और हमेशा के लिए अपने जहन में भी बसा लेंगे यकीनन आप यहां पर मस्जिद में दाखिल होने की दुआ ध्यान से और कम से कम दो तीन बार पढ़ें।
Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua In Hindi
अल्लाहुम्म फ तहली अबवाब रह् मतिका
Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua In English
Allahumma Fa Tahli Abwaab Rah Mateeka.
Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua In Arabic
اَللّٰهُمَّ افْتَحْ لِىْ اَبْوَابِ رَحْمَتِكَ
Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua Ka Tarjuma
ऐ अल्लाह ! तू अपनी रहमत के दरवाज़े मेरे लिए खोल दे।
Masjid Me Dakhil Hone Ki Sunnat Tarika
मस्जिद में दाखिल होते वक्त सबसे पहले दुआ पढ़ते हुए दायां पांव मस्जिद में अन्दर की जानिब रखें महबूबे खुदा सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम का यही तरीक़ा था।
मस्जिद में जिस दरवाज़े से जाएं उसी दरवाज़े से निकले भी ऐसा नियत कभी न करें कि इस दरवाज़े से जा रहे हैं और दुसरे तरफ़ के दरवाज़े से निकलेंगे।
मस्जिद में दाखिल होने से पहले पांव के जुत्ते चप्पल वगैरा बाहर यानी मस्जिद में अक्सर जूत्ते चप्पल रखने की जगह बनी होती है वहीं निकाल लें।
जब मस्जिद में दाखिल हो तो सलाम करे जब मस्जिद के लोग किसी तरह की तिलावत या नमाज़ में न मशगूल हो अगर वहां कोई न हो।
फिर अगर हो भी तो मशगूल हो तो इस तरह से सलाम करें कि अस्सलामु अलैना मिन रब्बिना व अला इबादिल्लाहिस्सालेहिन इसी लफ्ज़ में सलाम करें।
अगर आप जिस वक्त मस्जिद में दाखिल हुए हैं उस वक्त वक्त ए मकरूह न हो तो या फिर जल्दबाजी ना हो तो दो रकअत ज़रूर तहिय्यतुल मस्जिद नमाज अदा कर लें।
मस्जिद में दाखिल होने पर आदाब
मस्जिद में दाखिल होने पर अगर कोई खुदा का बंदा नमाज़ अदा कर रहा है तो आप उनके आगे से ना गुजरें इससे उनकी नमाज़ खत्म हो जाएगी।
मस्जिद में दाखिल होने पर सारी दुन्यावी बातों से ख़ुद और हर एक को बचाएं मस्जिद में दुन्यावी बाते करना आप की नेकियों को खाता है।
मस्जिद में एक जगह बैठें लेकीन ऐसा नहीं की हर बार मस्जिद जाने पर एक ही जगह बैठें यह मकरूह है और जाने में लोगों की गर्दन न फांगे।
मस्जिद में दाखिल होने के बाद आप इस तरह न बैठें की किसी अगल बगल वाले को आपकी वजह से उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़े।
मस्जिद में दाखिल होने पर किसी को भी न अपने बैठने के लिए उठाएं लेकीन मस्जिद में जगह की तंगी हो तो बोल सकते हैं कि सरक जाइए नमाज़ अदा करनी है।
मस्जिद में दाखिल होने के बाद जहां तक हो सके आगे की शफ में बैठें यह एक ऐसा नेकी है जो आपको आगे बैठने से हासिल होती है।
मस्जिद में दाखिल होने पर इन बातों का गौर करें
- किब्ले की तरफ़ पांव न फैलाएं।
- मस्जिद कि छत पे बिला वजह न जाएं।
- मुबाह बातें मस्जिद में कभी भी नहीं करें।
- मस्जिद में कभी भी बुलन्द आवाज़ न करें।
- मस्जिद में किसी भी चीज़ के सहारे न बैठें।
FAQs
मस्जिद में प्रवेश करने की दुआ क्या है?
मस्जिद में प्रवेश करने की दुआ अल्लाहुम्म फ तहली अबवाब रह् मतिका है।
मस्जिद में प्रवेश करने से पहले आप क्या कहते हैं?
मस्जिद में प्रवेश करने से पहले हम सब मस्जिद में दाखिल होने की दुआ और दुरूद शरीफ़ पढ़ते हैं।
आख़िरी बात
आप ने इस पैग़ाम में बहुत ही ज़रूरी और अहमियत रहमत भरी मस्जिद में दाखिल होने की दुआ हिंदी में जाना हमने यहां पर मस्जिद में दाखिल होने की दुआ तीन मशहूर जबान में पेश करी जिससे आप अपने पसंदीदा लैंग्वेज में मस्जिद में दाखिल होने की दुआ पढ़ सकें।
अगर अभी भी आपके मन में इसके ताल्लुक से कोई सवाल हो तो बराए मेहरबानी आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें, अगर यह पैगाम आपको अच्छा लगा यानी इस पैग़ाम से आपको जो कुछ भी सिखने को मिला हो तो आप इसे अपने अहबाबों और दोस्तों तक शेयर करें।
अगर आपने इस पैग़ाम को आख़िर तक पढ़ा होगा तो आपको और भी मस्जिद में दाखिल होने की दुआ के साथ साथ मस्जिद में दाखिल होने के आदाब और सुन्नत से भी रूबरू हुए होंगे इसे बहुत लोग वाकिफ नहीं होते हैं तो आप ज़रूर बताएं और अपने नामाए आमाल में नेकियों का इज़ाफा करें।
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